उत्तराखण्ड
11 दिसम्बर 2021
नगर में दावेदारों की फौज पार्टी के लिए सिरदर्द बनी
काशीपुर। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर नगर में दावेदारों की फौज राजनीतिक पार्टियों के लिए सिरदर्द बनी हुई है. तराई की एक अहम सीट पर भी एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति है. ज़िले यूएसनगर में बीते 10 सालों से बीजेपी का मज़बूत गढ़ रही यह सीट कांग्रेस के लिए तमाम समीकरणों में उलझी हुई दिख रही है. कांग्रेस को इस सीट पर पंजे की पकड़ मजबूत करनी है, तो गुटबाज़ी से निपटने की चुनौती भी है।

नारायण दत्त तिवारी के बाद इस यूएसनगर ज़िले की एक सीट पर अधिकतक कांग्रेस को हर बार हार का सामना करना पड़ा. इसकी बड़ी वजह चुनावों के दौरान पार्टी के भीतर गुटबाज़ी ही रही पहले दो चुनावों यानी 2002 और 2007 में यहां बीजेपी ने जीत हासिल की और अकाली दल के चीमा को विधायक बनाया। इसके बाद फिर 2012 और 2017 के चुनाव में भाजपा के चीमा ने जीत हासिल की।

ऊधमसिंह नगर ज़िले की अन्य सीटों की तुलना में इस बार इस सीट पर कांग्रेस के लिए सिरदर्द काफी ज़्यादा है क्योंकि यहां सबसे अधिक नेताओं ने दावेदारी पेश कर दी है। यही नहीं, ये तमाम नेता पार्टी पर दबाव डालने के लिए जनता के बीच भी खुद को दिलचस्प ढंग से दावेदार के तौर पर पेश कर रहे हैं। ये नेता कौन हैं और कैसे अपना दावा जता रहे हैं?
दावेदारों ने सड़कों को अपने पोस्टरों और होर्डिंगों, दिवारे लिखकर पाट दिया है। सभी दावेदार खुद को अन्य की तुलना में ज्यादा मज़बूत और जिताऊ बता रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि पार्टी के सामने किसका दावा ज़्यादा मज़बूत है? बताया जाता है मुख्य रूप से मुक्ता सिंह, डा. दीपिका गुड़िया आत्रेय, संदीप सहगल, मनोज जोशी, श्रीमती मीनू गुप्ता भी अपनी दावेदारी पेश कर रही हैै हालांकि अब इस सीट के गणित को भी समझिए।
यहां कांग्रेस के लिए स्थिति और पेचीदा इसलिए भी है क्योंकि स्थानीय नेताओं के अलावा, यहां से बाहरी नेता भी चुनाव लड़ना चाह रहे हैं कोई खुद को सीनियर बता रहा है, तो कोई जातिगत समीकरणों के आधार पर दावेदारी जता रहा है।. वहीं, महिला और युवा कोटे से टिकट मांगने वालों की भी कमी नहीं है. इधर, कई कांग्रेसियों का कहना है कि पार्टी महिलाओं को टिकट देने को प्राथमिकता में रखे, तो बेहतर नतीजे होंगे। काशीपुर से 3 महिलाएं कांग्रेस का टिकट मांग रही हैं। वास्तव में, तराई के पांचों सीटों यानी गदरपुर के अलावा, रुद्रपुर, सितारगंज, काशीपुर और बाजपुर सीटों पर महिलाएं मज़बूत दावेदारों के तौर पर बड़ी संख्या में सामने आई हैं।