प्रदेश में स्कूलों की मनमानी फीस और महंगी किताबों के संबंध में छापेमारी शुरू

नया सत्र शुरू होते ही किताब व ड्रेस की आड़ में लूट

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उत्तराखण्ड
6 अप्रैल 2023
नया सत्र शुरू होते ही किताब व ड्रेस की आड़ में लूट
काशीपुर। स्कूलों में नया सत्र शुरू होते ही अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। एक से दो माह की फीस के साथ स्कूलों में बिल्डिंग फीस के नाम पर ली जाने वाली मोटी रकम भरनी है तो कॉपी-किताब भी खरीदना है। कॉपी-किताब का सेट इतना महंगा है कि उसे खरीदने में अभिभावकों के पसीने निकल जा रहे हैं। कई निजी स्कूलों में तो पहली व आठवीं कक्षा की किताबों का सेट चार से छः हजार रुपये पड़ रहा है। उधर, प्रशासन और शिक्षा विभाग इस लूट पर चुप्पी साधे हुए हैं।

अभिभावकों का कहना है कि जो कॉपी बाजार में 20 रुपए की मिल रही है स्कूल वाले उसके कवर पेज पर अपने स्कूल का नाम लिख उसे 40से 60 रुपए में बेच रहे हैं। नए छात्र पुराने छात्रों की किताबों से पढ़ाई न कर सकें इसलिए पुरानी किताबों के एक-दो पाठ्यक्रम को बदल दिया गया है। यानी स्कूल संचालक लूटने का हर प्रकार का हथकंडा अपना रहे हैं। अभिभावको ने कहा कि नियमानुसार एनसीईआरटी की किताबें न लगाकर कमीशन खाने के चक्कर में प्राइवेट प्रकाशकों की महंगी व मोटी किताबें स्कूल लगा रहे हैं बाजार में जो कॉपी या स्टेशनरी कम दाम में मिलती है उसे भी अपनी बताई गई दुकान से ही महंगे में खरीदवाने के लिए मजबूर कर रहे है। जिन किताबों की कोई जरूरत नहीं है उन्हें भी खरीदने के लिए कहा जा रहा है। कई स्कूलों ने कार्रवाई से बचने के लिए स्कूल से बाहर अपने ही लोगों से किताबए कॉपी व स्टेशनरी की दुकान खुलवा रखी है और अभिभावकों को इन्हीं दुकानों से किताबए कॉपी व स्टेशनरी खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

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