
उत्तर प्रदेश
3 अगस्त 2020
पहला निमंत्रण भाईयों व हनुमान जी को – देखे निमंत्रण पत्र
अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां जारी हैं. इसी के साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भूमि पूजन का पहला न्योता श्रीरामलला विराजमान के चारों भाइयों और बाल हनुमान को दिया है. रविवार को ट्रस्ट की तरफ से करीब 3 बजे शुभ मूहूर्त में निमंत्रण पत्र को हल्दी के साथ मंदिर में चढ़ाया गया. भूमि पूजन में भगवान राम की उपस्थिति होने और पूरे समारोह को सकुशल संपन्न करने की प्रार्थना की गई. यही निमंत्रण पत्र भूमि पूजन के अतिथियों को दिया जाएगा.दो दिन बाद 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमिपूजन होगा. प्रधानमंत्री मोदी भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे. राम मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम के न्योते की पहली तस्वीर सामने आई है. ट्रस्ट की और से इकबाल अंसारी को न्योता भेजा गया है. न्योते में पीएम मोदी और मोहन भागवत का नाम प्रमुखता से है. बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी 5 अगस्त को अयोध्या में प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे. इकबाल अंसारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रामचरितमानस और रामनामा भेंट करेंगे.राम मंदिर का भूमिपूजन बुधवार यानी 5 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे होगा. इसके लिए पंडाल बनाया जा रहा है जिसकी सजावट भव्य तरीके से की जा रही है. इस पंडाल में सिर्फ 150 लोगों को आने की अनुमति दी जाएगी. सभी लोगों को मास्क दिया जाएगा और हर वक्त सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे. कोरोना को देखते हुए पंडाल में ज्यादा भीड़ जमा न हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा. अयोध्या के मंदिरों में और लोगों को भी न्योते बांटे जा रहे हैं और उनसे अपने घरों, मंदिरों और छतों पर 5 अगस्त को भूमि पूजन पर दीपक जलाने और रोशनी करने के लिए आग्रह किया जा रहा है. पत्र में लिखा गया है, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूमिपूजन और कार्यारम्भ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर कमलों के द्वारा होगा. विशिष्ट अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहेंगे. रामकथा वाचक संत विजय कौशल जी महाराज को भी भूमिपूजन समारोह का न्योता मिला है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास का निमंत्रण पत्र उन्हें मिला है. जन्मभूमि परिसर में समारोह के लिए लगाए गए पंडाल की सजावट युद्ध स्तर पर जारी है. पूजन समारोह में आने वाले अतिथियों के बैठने के लिए तीन तरह की व्यवस्था की गई है. मुख्य पंडाल में देश भर से आने वाले धर्मगुरुओं के लिए, दूसरा वीवीआईपी के लिए और स्थानीय अतिथियों के अलग-अलग बैठने की व्यवस्था की गई है.मि पूजन से पहले पंडाल को अंतिम रूप देने का काम पिछले कई दिनों से जारी है. भूमि पूजन के दिन धर्मगुरु जैसे-जैसे पंडाल में प्रवेश करेंगे, उन्हें सीटों पर पहुंचाया जाएगा. जर्मनहैंगर पंडाल जन्मस्थान से पश्चिम दिशा में लगाया गया है. इसमें धर्मगुरु और वीवीआईपी बैठेंगे. स्थानीय अतिथियों के बैठने की व्यवस्था जन्मभूमि स्थल के पूर्व दिशा में की गई है. पंडाल में अतिथियों के लिए डायमंड शेप में कुर्सियां लगाई जा रही हैं, ताकि आतिथियों के बीच दूरी का नियम बना रहे. मंच व पंडाल को फूलों से सजाया जा रहा है.इसी के साथ अब उस कार्ड को भी देख लीजिए

जिसे अयोध्या के मंदिरों में और लोगों को बांटा जा रहा है और उनसे अपने घरों मंदिरों और संस्थानों के भीतर और छतों पर 5 अगस्त बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भूमि पूजन करने की सायं दीपक जलाने और रोशनी करने के लिए आग्रह स्वरूप दिया जा रहा है.
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