दिल्ली
22 फरवरी 2021
पांच राज्यों में कोरोना का संक्रमण बढ़ने से सरकारे सतर्क
दिल्ली। देश के पांच राज्यों केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर बिहार में स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक के दौरान अलर्ट रहने तथा कोरोना संक्रमितों की जांच और इलाज पर नजर रखने का निर्देश दिया है। विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा सोमवार को पुनरू सभी जिलों के सिविल सर्जनों के साथ बैठक में इस महामारी से निपटने के लिए तैयारी दुरुस्त करने को लेकर चर्चा की जाएगी।
इस वर्ष संक्रमितों की संख्या में आई कमी
इस वर्ष के शुरुआती तीन दिनों में एक जनवरी को 463 नये मरीज, दो जनवरी को 397 और तीन जनवरी को 282 मरीज मिले थे। वहीं, एक फरवरी को 75 नये संक्रमित, दो फरवरी को 118 नये संक्रमित एवं तीन फरवरी को 92 नये संक्रमितों की पहचान की गई थी। वहीं, एक दिसंबर, 2020 को 482 नये मरीज, दो दिसंबर को 680 और तीन दिसंबर को 571 संक्रमितों की पहचान की गई थी।
मई-जून में बढ़ने लगा था संक्रमण
राज्य में मई-जून, 2020 के दौरान संक्रमण में धीरे-धीरे वृद्धि होने लगी। 15 मई को 40 नये संक्रमित, 16 को 73, 17 को 110, 18 को 103 और 19 जून को 104 मिले थे। वहीं, 15 जून को 106, 16 को 74, 17 को 79, 18 को 53 और 19 जून को 250 नये कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई थी।
पिछले छह दिनों में औसतन 62 संक्रमित रोज मिले
विभाग के अनुसार राज्य में पिछले छह दिनों में औसतन 62 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। राज्य में वर्तमान में मात्र 536 सक्रिय संक्रमित हैं, जिनका इलाज डॉक्टरों की देखरेख में हो रहा है। वहीं, राज्य में स्वस्थ होने की दर 99.21 फीसदी है।
कोरोना की जांच व इलाज को लेकर हेल्पलाइन से सहायता जारी
राज्य के सभी 38 जिलों में जिलास्तर पर पूर्व से संचालित जिला स्तरीय हेल्पलाइन द्वारा चिकित्सकीय परामर्श की सहायता उपलब्ध करायी जा रही है। 24 घंटे जारी टोल फ्री हेल्पलाइन पर कोई भी व्यक्ति फोन कर महामारी से जुड़े लक्षणों के बारे में डॉक्टरों से सलाह ले सकता है। हेल्पलाइन से नजदीकी जांच व इलाज केंद्रों की जानकारी ली जा सकती है। स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोरोना महामारी को लेकर उपलब्ध करायी गई सभी सुविधाएं यथावत उपलब्ध हैं। राज्य के सभी अस्पतालों में कोरोना की जांच की सुविधा निरूशुल्क उपलब्ध है। राज्य में अब मरीजों को उनके आवास से नजदीकी सरकार अस्पताल तक ले जाने के लिए निरूशुल्क एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध है।