उत्तराखण्ड
14 मई 2023
प्रधानाचार्य ने लगाया बीस लाख रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप
काशीपुर। गोविन्द बल्लभ पन्त इंटर कालेज प्रकरण में अब नया मोड लिया है प्रबंध समिति द्वारा हटाये गये प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने प्रबंध समिति अध्यक्ष समेत चार लोगों के खिलाफ बीस लाख रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। कोतवाली पुलिस ने तहरीर के आधार पर चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। उधर डॉ नीरज आत्रेय का कहना है कि प्रधानाचार्य द्वारा दर्ज एफआईआर में सभी मामले फर्जी और बेबुनियाद हैं।
एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने पं गोविन्द बल्लभ पंत इण्टर कॉलेज शिक्षा समिति के खिलाफ प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने व मारपीट करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं समिति की ओर से डॉ. नीरज आत्रेय ने बताया कि अजय शंकर कौशिक द्वारा लगाये गये उक्त आरोपों को कोर्ट पहले ही खारिज कर चुकी है। एसएसपी उधम सिंह नगर को भेजे प्रार्थना पत्र में अजय शंकर कौशिक ने बताया कि वह 17-04-2014 से पण्डित गोविन्द बल्लभ पंत इण्टर कॉलेज काशीपुर में प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्त हैं। 27 जनवरी 2023 को मुख्य शिक्षा अधिकारी ऊधम सिंह नगर द्वारा पण्डित गोविन्द बल्लभ पंत इण्टरमीडिएट कॉलेज की प्रबंध कार्यकारिणी की चुनाव की अनुमोदित सूची मांगी गई थी। जिसकी सूचना उन्होंने प्रबंधक डॉ. सतीश कुमार शर्मा को दी थी तब उन्होंने उनसे कहा कि हम सूची का मामला खुद देख लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि सूची नहीं दी तो वेतन नहीं आएगा। जिस पर तब प्रबंधक ने उन्हें डांट दिया कि ज्यादा मत बोलो हम देख लेंगे।
कौशिक ने बताया कि समिति द्वारा षड्यंत्र के तहत रजिस्टर गायब करने का एक झूठा प्रार्थना पत्र उनके विरुद्ध कोतवाली काशीपुर में दिया गया। जबकि रजिस्टर की एक प्रति कॉलेज की प्रवक्ता प्रिया गोयल के पास थी। दिनांक 30 जनवरी 2023 को दीपिका गुड़िया पत्नी डॉ. नीरज आत्रेय ने रजिस्टर को बिना किसी अधिकार के विद्यालय की प्रवक्ता प्रिया गोयल से उक्त रजिस्टर छीन लिया और 30 जनवरी 2023 को उनका प्रधानाचार्य कक्ष उनकी उपस्थिति में दीपिका गुड़िया, प्रबंधक डॉ. सतीश कुमार शर्मा, मनोज कौशिक सदस्य प्रबंध कार्यकारिणी, संजय कचौरिया, सदस्य कार्यकारिणी द्वारा अनाधिकृत रूप से सील कर दिया जोकि प्रबंध कार्यकारिणी का अधिकार नहीं था।
अजय शंकर कौशिक ने कहा कि 27 जनवरी 2023 को मुख्य शिक्षा अधिकारी ऊधम सिंह नगर द्वारा पण्डित गोविन्द बल्लम पंत इण्टरमीडिएट कॉलेज की प्रबंध कार्यकारिणी की चुनाव की अनुमोदित सूची मांगी गई थी। जिसकी सूचना उनके द्वारा जब प्रबंधक डॉ सतीश कुमार शर्मा को दी गई तो प्रबंधक ने कहा कि हम सूची का मामला खुद देख लेंगे । चूंकि सूची न देने पर वेतन रूक जाता इसलिए अजय शंकर कौशिक ने प्रबंधक से कहा कि सूची देनी जरूरी है।
प्रधानाचार्य के मुताबिक इसके बाद षड्यंत्र के तहत रजिस्टर गायब करने का एक झूठा प्रार्थना पत्र उनके विरूद्ध कोतवाली में दिया । अजय शंकर कौशिक ने बताया कि रजिस्टर की एक प्रति श्रीमती प्रिया गोयल प्रवक्ता पण्डित गोविन्द बल्लभ पंत इण्टर कॉलेज काशीपुर के पास थी। इसके बाद 30 जनवरी 2023 को विद्यालय की प्रवक्ता प्रिया गोयल से उक्त रजिस्टर छीन लिया गया।यही नहीं उस दिन प्रधानाचार्य कक्ष को उनकी अनुपस्थिति में 6रू00 बजे के करीब अनाधिकृत रूप से सील कर दिया।
एक फरवरी को विद्यालय के मुख्य द्वार पर उनके साथ अभद्रता की गई । 20 फरवरी को प्रार्थी की शिकायत पर अपर निदेशक माध्यमिक कुमांऊ मण्डल नैनीताल प्रबंध कार्यकारिणी को अवैध पाते हुए भंग कर दिया गया और खण्ड शिक्षा अधिकारी काशीपुर को प्रबंध संचालक नियुक्त कर दिया।
प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने एक और संगीन आरोप बीस लाख रुपए की रंगदारी मांगने का भी लगाया है। अजय शंकर कौशिक ने तहरीर में जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है उनमें श्रीमती दीपिका गुडिया आत्रे पत्नी श्री डॉ नीरज आत्रेय, देहरादून ,डा0 सतीश कुमार शर्मा पुत्र श्री उग्रसैन शर्मा निवासी नेहरू कालोनी देहरादून, प्रमोद कुमार पुत्र फूल सिंह निवासी श्यामपुरम काशीपुर, नीरज कुमार आत्रे पुत्र श्री एस०सी० शर्मा निवासी- मौ० रहम खानी आदि शामिल हैं।
उधर इन आरोपों को लेकर डॉ नीरज आत्रेय ने कहा कि अजय शंकर कौशिक द्वारा झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाये गये हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी स्थानीय अदालत से उनके द्वारा लगाए गये आरोप निरस्त हो चुके हैं। ऐसे में इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।