मां पूर्णागिरि धाम: बरसाती नाले से सड़क पर आए मलबे की वजह से फंसे श्रद्धालु

मां पूर्णागिरि धाम: बरसाती नाले से सड़क पर आए मलबे की वजह से फंसे श्रद्धालु

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उत्तराखण्ड
16 जून 2025
मां पूर्णागिरि धाम: बरसाती नाले से सड़क पर आए मलबे की वजह से फंसे श्रद्धालु
टनकपुर। प्रसिद्ध तीर्थ मां पूर्णागिरि धाम में मेले के आखिरी दिन श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसकी वजह बाटनागाढ़ में उफान पर आया बरसाती नाला है. जिसके चलते मार्ग अवरुद्ध हो गया. करीब एक घंटे तक श्रद्धालु बरसाती नाले से सड़क पर आए मलबे की वजह से फंसे रहे. वहीं, टनकपुर तहसील प्रशासन को सूचना देने के बाद सड़क से मलबा हटाकर मार्ग को फिर से सुचारू किया गया.

बाटनागाढ़ बरसाती नाले के उफान पर आने से फंसे श्रद्धालु – बता दें कि 15 जून से बरसात के चलते तीन महीने तक हर साल चलने वाले मां पूर्णागिरी मेले की समाप्ति हो जाती है. इस बार भी मेला समापन के आखिरी दिन पूर्णागिरी मार्ग पर बाटनागाढ़ बरसाती नाले के उफान में आने की वजह से श्रद्धालुओं को एक घंटे तक मार्ग में फंसे रहना पड़ा.

दरअसल, रविवार यानी 15 जून को पहाड़ों पर तेज बारिश होने के कारण बाटनागाढ़ नाला उफान पर आ गया. जिस कारण टनकपुर पूर्णागिरि मार्ग बाधित हो गया. नाले के उफान में आने की वजह से श्रद्धालु करीब एक घंटे तक दोनों ओर फंसे रहे. इस दौरान वाहनों की लंबी कतार यात्रा मार्ग पर लग गई. सूचना मिलने पर प्रशासन ने जेसीबी मशीन भेज कर मार्ग से मलबा हटाया, फिर मार्ग को सुचारू किया गया
गौर हो कि पूर्णागिरि धाम में इस दौरान काफी संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं, मानसून काल में पूर्णागिरि मार्ग पर बहने वाले बरसाती नालों की वजह से श्रद्धालुओं को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है.

वहीं, मानसून सीजन में हर साल 15 जून को तीन महीने तक चलने वाले मां पूर्णागिरि मेला आयोजन की समाप्ति हो जाती है. क्योंकि, यात्रा मार्ग पर किरोड़ा नाला समेत अन्य दो से तीन बरसाती नालों की वजह से यात्रा मार्ग अवरुद्ध होता रहता है. जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से सुचारू नहीं रखा जा सकता.

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