उत्तराखण्ड
4 फरवरी 2022
विधानसभा चुनाव – निर्दलीय व बागियों की भूमिका रहेगी महत्वपूर्ण
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में निर्दलीय व बागी प्रत्याशियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। असल में उत्तराखंड की सियासत के गुणा-गणित के अनुसार कुछ सीटों पर बागी व निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत होने की संभावनाएं प्रबल हैं। तो वहीं इस बार राज्य में दो पार्टियों कांग्रेस व बीजेपी के कांटे की टक्कर हो रही है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बहुमत का आंकड़ा किसी भी राजनीतिक दल को नहीं मिलेगा। जिससेें निर्दलीय व बागी महत्वपूर्ण रहेगी।
असल में उत्तराखंड के सियासत के इतिहास को देखे तों को 2007 और 2012 में सरकार बनाने के लिए दलों को बाहर से समर्थन लेना पड़ा था। 2007 में बीजेपी एक सीट से बहुमत से पीछे थी. ऐसे में भुवन चंद्र खंडूरी के लिए यूकेडी तारणहार बनी थी. वहीं 2012 में कांग्रेस और बीजेपी को क्रमश; 32 और 31 सीटें मिली थी। ऐसे में कांग्रेस के लिए बसपा के विधायक तारणहार बने थे, लेकिन 2022 का समीकरण बदल चुका है। राज्य में बसपा के साथ ही यूकेडी का जनाधार कम हुआ है जिसमें बहुमत का आंकड़ा जुटाने की स्िथित में निर्दलीय चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार निर्णायक हो सकते हैं।