
दिल्ली
12 सितम्बर 2021
शादी करने वालों का बिगड़ा बजट अब देना होगा जीएसटी
दिल्ली। देश में नवंबर में शुरू हो रहे शादी के सीजन के लिए लोगों ने अभी से बुकिंग कराना शुरू कर दिया है। लेकिन शादीवाले घरों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स बन गया है। मैरिज गार्डन, टेंट से लेकर बैंड सभी तय रेट पर अलग से जीएसटी का भार आम लोगों पर डाल रहे हैं, जिससे लोगों का बजट बिगड़ रहा है। एक शादी में औसतन करीब 5.5 लाख रुपए खर्च आता है। इस पर जीएसटी के रूप में लोगों को 96 हज़ार रुपए चुकाने पड़ेंगे। इससे लोग सुविधाओं में कटौती कर रहे हैं। आप बेटी या बेटे की शादी करने जा रहे हैं तो जेब का ख्याल अवश्य रखिए क्योंकि इस बार जेब कुछ ज्यादा ही ढीली होगी। नई कर प्रणाली में शादियों का बजट बढ़ गया है।टेंट, शादी के लिए हॉल की बुकिंग, फोटोग्राफी, खाने-पीने आदि सेवाएं महंगी हो गई हैं। जीएसटी की दरों के चलते शादी में पहले की तुलना में अधिक भुगतान करना पड़ेगा। मध्यम वर्गीय परिवार की शादी में पहले की तुलना में करीब एक से डेढ़ लाख रुपये तक अधिक खर्च होंगे।यानी प्रति एक लाख रुपये के किराए पर 3 हजार रुपये अतिरिक्त देने पड़ेंगे। शादी को शानदार बनाने में टेंट की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। टेंट भी अब राजसी अंदाज में लगाए जाने लगे हैं। शादी में दूल्हे और दुल्हन को अपनी पसंद के कपड़े खरीदने पर पांच फीसद जीएसटी देना होगा, क्योंकि सिंगल पीस जिसकी कीमत एक हजार रुपये से अधिक है उस पर 12 फीसद जीएसटी है। इसके अलावा शादी-विवाह में लगने वाले अन्य कुछ घरेलू सामान जो जीएसटी के दायरे में हैं।

