उत्तराखण्ड
5 जून 2021
श्रीराम इंस्टीट्यूट द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वेबीनार एवं पौधारोपण का आयोजन
काशीपुर। जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर श्रीराम इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेन्ट एण्ड टैक्नोलोजी, काशीपुर द्वारा शीर्षक ईकोसिस्टम रेस्टोरेशन पर वेबीनार का आयोजन किया गया। जिसमें 150 से अधिक छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया जिन्हें संस्थान द्वारा आॅनलाइन ई-सर्टिफिकेट प्रदान किये गये। वेबीनार के मुख्य अतिथि नैनी पेपर, काशीपुर के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन अग्रवाल तथा मुख्य वक्ता डिस्ट्रिक्ट फाॅरेस्ट आॅॅिफसर, रामनगर के श्री चन्द्र शेखर जोशी रहे। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष रवीन्द्र कुमार, निदेशक प्रो0 (डाॅ0) योगराज सिंह, उपस्थित प्रवक्ताओं एवं स्टाफ द्वारा पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए निदेशक प्रो0 (डाॅ0) योगराज सिंह ने आॅनलाइन उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद किया तथा प्रवक्ताआों एवं छात्र-छात्राओं को विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वाहनों की बढ़ती संख्या और हरियाली की कमी से बढते प्रदूषण के कारण ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरणीय खतरा बढ रहा है। इसलिए हमें हर उपलब्ध खाली जगह पर वृक्षारोपण करना चाहिए और यदि आपके घर के आस-पास कोई खाली जगह नहीं है तो गमलों एवं खाली कांच की बोतल में पेड़-पौधे लगा सकते हैं और पेड़-पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी देखभाल भी अवश्य करें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री पवन अग्रवाल जी ने श्रीराम संस्थान का धन्यवाद करते हुए कहा कि जल निकाय हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं परन्तु आज प्रदूषण के कारण तालाब खत्म हो गए हैं, और हमें मिलकर ऐसे तालाबों का जीर्णोद्धार करना चाहिए साथ ही साथ हमें बारिश के पानी को स्टोर करने के लिए टंकियां बनानी चाहिए ताकि हम उसका दोबारा इस्तेमाल कर सकें। मुख्य वक्ता चन्द्र शेखर जोशी जी ने श्रीराम संस्थान का धन्यवाद किया एवं जगत की जैव विविधता को संरक्षित करने का आग्रह किया। वेबीनार की संयोजक डाॅ0 सुनीता शर्मा ने पेड़ लगाने और संकल्प करने का आग्रह किया ताकि प्रकृति के साथ एक दैनिक संबंध स्थापित हो सके, हमें बारिश के पानी को बचाना चाहिए और पक्षियों के लिए पानी एवं खाने की सुविधा भी करनी चाहिए। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष रवीन्द्र कुमार, निदेशक प्रो. (डाॅ.) योगराज सिंह, प्राचार्य डाॅ. एस.एस. कुशवाहा ने समस्त विभाग के विभागाध्यक्षों, प्रवक्ताओं एवं छात्र/छात्राओं को पर्यावरण के प्रति सजग एवं समर्पित रहने का आवाहन किया।